वर्ष 2023 का भौतिकी का नोबेल पुरुस्कार

 

वर्ष 2023 का भौतिकी का नोबेल पुरूस्कार 

वर्ष 2023 का भौतिकी का नोबेल पियर अगस्टिनी,फेरेन क्राओज़ और ऐनी हुईलिये को प्रकाशिकी के क्षेत्र में atto second light pulse के प्रायोगिक निर्माण के लिए दिया गया, जिसकी मदद से पदार्थ में इलेक्ट्रॉनों की गति को ज़्यादा बेहतर तरीक़े से समझा जा सकता है। 1 atto second  हमारी सामान्य घड़ियों में अल्पतमांक (least count) 1 सेकंड का अरबवें का भी अरबवाँ हिस्सा है (10^-18 sec)। इससे समझा जा सकता है विज्ञान किस स्तर पर ख़ुद को पहुँचा चुका है। इतने छोटे समय के लिए प्रकाश के पल्स को निर्मित करना विज्ञान के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

इलेक्ट्रान एक मूलभूत कण है और लगभग हर वैज्ञानिक घटना में सूक्ष्मतम् स्तर पर इलेक्ट्रॉन ही ज़िम्मेदार है। तो प्रकृति और पदार्थ की समझ के लिए इलेक्ट्रान के व्यवहार को समझना ज़रूरी है और क्योंकि परमाणु के भीतर कक्षाओं में इलेक्ट्रॉन का आवागमन बहुत तेज़ी से होता है और अत्यधिक गति के कारण हाइजनबर्ग के अनिश्चितता सिद्धांत के एवज़ इसकी सही स्थिति जानना असंभव है, इसलिए सूक्ष्म समय के लिए उत्पन्न प्रकाश इसमें एक प्रोब ( सूचना ले जाने और लाने वाले संदेशवाहक) साबित होता है। जिससे हम इलेक्ट्रान के व्यवहार को ज़्यादा सही तरीक़े से समझ सकते है। इंडियन एक्सप्रेस अख़बार के उदाहरणतः हम इतनी छोटी light pulse की तुलना एक हाई शटर स्पीड वाले कैमरे से कर सकते है, जो तेज़ चलने वाली गाड़ियों या तेज़ उड़ते पक्षी की भी साफ़ तस्वीर खींच लेता है।

भविष्य में भौतिकी की इस देन का प्रयोग  खून में होने वाले आणविक बदलावों से बीमारियों का पता करने और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को और बेहतर बनाने में किया जा सकता है। ग़ौरतलब है कि ऐनी हुईलिये भौतिकी में नोबेल जीतने वाली पाँचवी महिला बन गई है। ऐनी अपने पेशे को लेकर कितनी कर्तव्यनिष्ट है इस बात को इससे समझा जा सकता है कि, स्वीडिश अकादमी के उन्हें फ़ोन पर नोबेल जीतने की सूचना जानने के बाद वो दुबारा अपने क्लास में शिक्षण के लिए चली गई।

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